बलिया। चितबड़ागांव से बलिया आने-जाने वाले हजारों लोगों के लिए यात्रा अब किसी मुसीबत से कम नहीं रह गई है। रोज़ाना शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और जरूरी कार्यों के लिए बलिया जाने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि बीते 23 अगस्त को शहीद वृन्दावन तिवारी के शहादत दिवस पर नगर पंचायत चितबड़ागांव के चेयरमैन अमरजीत सिंह ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री नारद राय की मौजूदगी में नगरवासियों की ओर से चितबड़ागांव से बलिया के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू करने की मांग की थी। उस समय परिवहन मंत्री ने जनता को भरोसा दिलाते हुए घोषणा की थी कि जल्द ही बस सेवा शुरू की जाएगी, जिसे शहीद वृन्दावन तिवारी के नाम से संचालित किया जाएगा।
मगर घोषणा को अब दो माह से अधिक बीत चुके हैं, फिर भी बस सेवा शुरू नहीं हो पाई है। इससे नाराजगी और निराशा का माहौल है। बस सुविधा न होने के कारण लोगों को मजबूरी में ई-रिक्शा से सफर करना पड़ रहा है। ई-रिक्शा चालकों द्वारा मनमाना किराया वसूले जाने से गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है।यात्रियों का कहना है कि अगर किसी दिन बारिश हो जाए या तेज धूप पड़ जाए तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं। छात्रों को कॉलेज पहुँचने में देर होती है, मरीजों को अस्पताल पहुँचने में दिक्कत होती है और नौकरीपेशा लोगों को रोज़ाना समय से कार्यालय पहुँचना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सरकार और परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते चितबड़ागांव के लोग अब भी मूलभूत परिवहन सुविधा से वंचित हैं। नगरवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही वादा पूरा नहीं हुआ तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
“घोषणा तो हो गई, लेकिन सुविधा अब भी सपना बनी हुई है। जनता रोज़ाना परेशान हो रही है,” — स्थानीय निवासी। आकाश कुमार