चितबड़ागांव।तेलिया पोखरा पर अतिक्रमण, सौंदर्यीकरण योजना पर संकटराजस्व विभाग की पैमाइश में खुली सच्चाई, फिर भी नहीं हटे कब्जेचितबड़ागांव। नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 6 पटेल नगर स्थित ऐतिहासिक तेलिया पोखरा की सीढ़ियाँ और चारों ओर का सहन अतिक्रमण की चपेट में हैं। करोड़ों रुपये की वंदन योजना के तहत इसके सौंदर्यीकरण के लिए धन स्वीकृत होने के बावजूद कार्य ठप पड़ा है।जानकारी के अनुसार, नगर के मध्य स्थित तेलिया पोखरा कभी क्षेत्र की पहचान हुआ करता था। बाजार के दिनों में आस-पास के गाँवों से आने वाले किसान और व्यापारी यहीं स्नान कर विश्राम करते थे। पोखरे से सटे शिव मंदिर में प्रतिदिन पूजा-अर्चना होती थी, परंतु अब इन सीढ़ियों और मंदिर के चारों ओर पक्के-कच्चे निर्माण कर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा लिया है।राजस्व विभाग द्वारा की गई पैमाइश में अतिक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। अतिक्रमणकारियों को नोटिस भी दी गई, मगर महीनों बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। नगर पंचायत प्रशासन ने लाखों रुपये खर्च कर पोखरे का गंदा पानी बाहर निकाला, लेकिन सौंदर्यीकरण का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका।इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने बताया कि “विगत 5 जून को तहसीलदार बलिया के नेतृत्व में राजस्व विभाग ने पैमाइश कर अतिक्रमण की पुष्टि की थी। इसके बाद अभिलेख दुरुस्त कर अतिक्रमण हटवाने के लिए जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी को कई बार पत्राचार किया गया, पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।”उन्होंने बताया कि कुछ अतिक्रमणकारियों ने अभिलेखों में हेराफेरी कर पोखरे की भूमि को विभिन्न आराजी नंबरों में अपने नाम दाखिल करा लिया है। लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर उपजिलाधिकारी सदर के न्यायालय में मामला विचाराधीन है। जब तक वाद का निस्तारण नहीं होता, तब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई संभव नहीं है।चेयरमैन ने यह भी बताया कि तेलिया पोखरा को वंदन योजना में शामिल कर सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है, जिसे जिलाधिकारी के निर्देश पर सीएनडीएस संस्था को हस्तांतरित कर दिया गया है। अब इस पोखरे के सौंदर्यीकरण का कार्य नगर पंचायत के बजाय सीएनडीएस द्वारा कराया जाएगा।नगरवासी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कभी नगर की शान रहे तेलिया पोखरा को अतिक्रमण मुक्त कर शीघ्र ही उसका पुराना स्वरूप लौटाया जाएगा।



