बलिया। ग्राम पंचायत सुजायत के पंचायत भवन परिसर में आयोजित चार दिवसीय पंचायत सहायकों का प्रशिक्षण शुक्रवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों के कार्यों में पारदर्शिता, जवाबदेही और तकनीकी दक्षता को बढ़ाना रहा।कार्यक्रम की प्रमुख भूमिका डीपीएम विकास कुमार पाण्डेय ने निभाई। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान पंचायत सहायकों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री पाण्डेय ने बताया कि पंचायत सहायक ग्राम स्तर पर सरकार की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं से ईमानदारी, निष्ठा और जनता से जुड़ाव की भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया।प्रशिक्षण में सोहाव ब्लॉक क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत सहायकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पहले दिन अधिकारियों ने सहायकों को शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं — मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन, वृद्धावस्था पेंशन, जनसुनवाई, पीएम किसान सम्मान निधि तथा पंचायत पोर्टल पर ऑनलाइन प्रविष्टियों की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
दूसरे दिन पंचायत सचिवालय के डिजिटलीकरण, अभिलेख संधारण और ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) तैयार करने की प्रक्रिया पर प्रशिक्षण दिया गया। तीसरे दिन ई-गवर्नेंस प्रणाली, जनसुनवाई पोर्टल और सोशल ऑडिट की बारीकियों पर चर्चा हुई।अंतिम दिवस के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम प्रधान श्रीमती गीता देवी और उनके प्रतिनिधि मुनीब राजभर उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि पंचायत सहायक सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की सशक्त कड़ी हैं। उन्होंने सभी सहायकों को निष्ठा, पारदर्शिता और जनहित में सक्रिय रहने की प्रेरणा दी।इस अवसर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले पंचायत सहायकों को प्रमाणपत्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समापन समारोह में ग्राम प्रधान, सचिव, प्रशिक्षक दल, ब्लॉक के विभिन्न अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी ने इस प्रशिक्षण को पंचायतों की कार्यक्षमता और जनभागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

